धन प्राप्ति के लिए माँ बगलामुखी पूजा विधि : माँ बगलामुखी की पूजा की महिमा अपार है, विशेषकर धन प्राप्ति और शत्रु नाश के लिए। यह लेख विस्तृत रूप में माँ बगलामुखी की पूजा विधि, सामग्री, मंत्र जाप और उनके लाभों पर केंद्रित है।
माँ बगलामुखी हिन्दू धर्म में एक अत्यंत शक्तिशाली देवी मानी जाती हैं, जो दस महाविद्याओं में से एक हैं। वे तंत्र साधना और विशेष रूप से शत्रु नाश, वाणी सिद्धि और जीवन में स्थिरता प्रदान करने वाली देवी के रूप में प्रसिद्ध हैं। माँ बगलामुखी की पूजा विशेषकर तांत्रिक और तांत्रिक अनुष्ठानों में होती है, लेकिन सामान्य भक्त भी श्रद्धा से उनकी पूजा कर धन, वैभव और मानसिक शांति की प्राप्ति कर सकते हैं। इस लेख में हम माँ बगलामुखी के महत्व, शक्ति, पूजन विधि और उनसे प्राप्त होने वाले फायदों का गहराई से वर्णन करेंगे।
माँ बगलामुखी की शक्ति और विशेषताएं
माँ बगलामुखी की प्रमुख शक्ति स्तम्भन (रोकने) की है, जो किसी भी संकट, शत्रु या नकारात्मक ऊर्जा को नियंत्रित करने में सक्षम होती है। उनकी शक्ति को प्राप्त करने के लिए विशेष साधना और तांत्रिक अनुष्ठान का पालन करना आवश्यक होता है। उनकी पूजा का महत्व विशेष रूप से उन लोगों के लिए है जो शत्रु बाधा, कानूनी विवाद, मानसिक अशांति, और वित्तीय समस्याओं से जूझ रहे हैं। माँ की साधना से व्यक्ति को अद्वितीय शक्ति मिलती है और वह अपने जीवन में आने वाली बाधाओं को सफलतापूर्वक पार कर सकता है।
माँ बगलामुखी की पूजा का लाभ केवल शत्रुओं के नाश में ही नहीं बल्कि कई अन्य पहलुओं में भी मिलता है। उनकी कृपा से व्यक्ति की वाणी में शक्ति आती है, जिससे उसके शब्दों का प्रभाव दूसरों पर गहरा पड़ता है। यही कारण है कि राजनीति, व्यापार, और कानूनी क्षेत्रों में लोग माँ बगलामुखी की साधना करते हैं ताकि उनकी वाणी की शक्ति से उनका सम्मान और प्रभाव बढ़े।
माँ बगलामुखी की पूजा विधि और सामग्री
पूजा विधि का पालन करते समय कुछ विशेष सामग्रियों और नियमों का पालन आवश्यक है। माँ बगलामुखी की पूजा विधि नीचे विस्तार से दी गई है।
आवश्यक सामग्री
- माँ बगलामुखी की प्रतिमा या चित्र
- पीला वस्त्र (आसन और परिधान दोनों)
- हल्दी की माला और पीले पुष्प
- चने की दाल, पीले फल, पीला चंदन
- दीपक, धूप, अगरबत्ती, गुड़, हल्दी और केसर
- हवन सामग्री, गाय का घी, और चने की दाल
माँ बगलामुखी पूजा की सम्पूर्ण विधि
1. शुद्धिकरण और प्रारम्भिक विधि
- स्नान कर शुद्ध वस्त्र पहनें और पूजा स्थल की सफाई करें। पूजा के लिए पीले वस्त्र धारण करें और पीला आसन प्रयोग करें।
- माँ बगलामुखी के चित्र को पूजा स्थल पर रखें और दीपक व धूप प्रज्वलित करें।
2. आह्वान और ध्यान
- माँ बगलामुखी का आह्वान करते हुए “ॐ ऐं ह्लीं बगलामुखि सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय जिव्हां कीलय बुद्धिं विनाशय ॐ स्वाहा” मंत्र का उच्चारण करें।
- ध्यान मुद्रा में बैठें और अपने मन में माँ से सहायता की याचना करें।
3. मंत्र जाप
- हल्दी की माला से “ॐ ह्लीं बगलामुखि सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय जिव्हां कीलय बुद्धिं विनाशय ॐ स्वाहा” मंत्र का 108 बार जाप करें।
- अधिक लाभ के लिए इस मंत्र का 21,000 जाप एकांत में करें, इसे एक विशेष अवधि में पूरा करना उचित होता है।
4. हवन
- हवन में चने की दाल, गुड़, हल्दी, घी और चंदन अर्पित करते हुए “ॐ ह्लीं बगलामुखि सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय जिव्हां कीलय बुद्धिं विनाशय ॐ स्वाहा” का जाप करें।
- हवन में 108 आहुतियाँ दें।
5. प्रसाद वितरण
- पूजा के अंत में माँ को गुड़ और हल्दी का प्रसाद अर्पित करें और उसे सभी भक्तों में बाँटें।
माँ बगलामुखी पूजा के लाभ
- धन की प्राप्ति और समृद्धि: माँ बगलामुखी की पूजा से व्यक्ति को आर्थिक स्थिरता और धन की प्राप्ति होती है। इस साधना से व्यवसाय में लाभ और धन संपत्ति में वृद्धि होती है।
- शत्रु बाधा का नाश: माँ बगलामुखी का आशीर्वाद प्राप्त करने से विरोधियों और शत्रुओं का नाश होता है।
- मानसिक शांति और आत्मबल: इस पूजा से मानसिक शांति, आत्मबल में वृद्धि होती है और भय का नाश होता है।
- कानूनी मामलों में विजय: किसी विवाद या कानूनी मामले में सफलता प्राप्त करने के लिए माँ बगलामुखी की पूजा प्रभावकारी मानी जाती है।
माँ बगलामुखी मंत्र जाप के अन्य फायदे
माँ बगलामुखी का मंत्र जाप आर्थिक, मानसिक और भौतिक सुखों को प्रदान करने के लिए बहुत लाभकारी होता है।
- धन लाभ: धन प्राप्ति में आने वाली बाधाएं समाप्त होती हैं।
- वाणी सिद्धि: व्यक्ति की वाणी में स्थिरता और शक्ति आती है।
- सफलता और उन्नति: व्यक्ति के कार्यों में स्थिरता आती है और उसे समाज में मान-सम्मान प्राप्त होता है।
- शत्रु बाधा से मुक्ति: शत्रुओं द्वारा उत्पन्न विपत्तियों से व्यक्ति सुरक्षित रहता है।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
1. क्या माँ बगलामुखी की पूजा तंत्र साधना है?
हाँ, माँ बगलामुखी की पूजा तंत्र साधना के अंतर्गत आती है और इसके लिए पूर्ण श्रद्धा और विधि का पालन आवश्यक है।
2. क्या बगलामुखी मंत्र का जाप किसी भी समय किया जा सकता है?
सुबह का समय या रात्रि का प्रथम प्रहर सबसे उचित समय होता है, लेकिन एकांत में इसे करना अधिक लाभकारी है।
3. कितनी बार बगलामुखी मंत्र का जाप करना चाहिए?
जाप का संकल्प 108, 1008 या 21,000 बार करना चाहिए, विशेषकर धन प्राप्ति के लिए 21,000 बार मंत्र का जाप करने से शीघ्र लाभ मिलता है।
4. पूजा के दौरान कौन से रंगों का प्रयोग करना चाहिए?
माँ बगलामुखी की पूजा में पीला रंग विशेष महत्व रखता है। पूजा के दौरान पीले वस्त्र और पीली सामग्री का ही उपयोग करना चाहिए।
5. क्या इस पूजा को घर पर किया जा सकता है?
हाँ, यह पूजा घर पर की जा सकती है, लेकिन यदि तंत्र साधना करनी हो, तो किसी विद्वान तांत्रिक की सलाह लें।
6. क्या हवन करना अनिवार्य है?
हवन से पूजा की पूर्णता होती है। विशेष लाभ के लिए हवन करना उत्तम माना गया है।
7. क्या यह पूजा आर्थिक समस्या का समाधान कर सकती है?
हाँ, माँ बगलामुखी की कृपा से आर्थिक समस्याओं में राहत मिलती है और धन वृद्धि होती है।
8. क्या माँ बगलामुखी की पूजा से कानूनी मामलों में सफलता मिल सकती है?
हाँ, कानूनी मामलों में सफलता पाने के लिए माँ बगलामुखी की पूजा अत्यंत प्रभावी मानी जाती है।
9. पूजा के लिए क्या किसी गुरु की आवश्यकता होती है?
तंत्र साधना के लिए गुरु की आवश्यकता होती है, परंतु सामान्य पूजा में आप स्वयं कर सकते हैं।
10. क्या इस पूजा से व्यापार में उन्नति होती है?
माँ बगलामुखी की पूजा से व्यापार में उन्नति और आर्थिक स्थिरता प्राप्त होती है।
निष्कर्ष
माँ बगलामुखी की पूजा साधारण पूजा से अधिक प्रभावशाली होती है, जो व्यक्ति को जीवन के सभी क्षेत्रों में सफल बनाने का मार्ग प्रदान करती है। धन, शत्रु बाधा नाश, कानूनी विवाद से मुक्ति, मानसिक शांति और सम्मान के लिए माँ बगलामुखी का आशीर्वाद प्राप्त करना एक प्रभावशाली साधना है।